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लेखनी कहानी -16-Nov-2022 दर्द ए इश्क

दर्द ए इश्क बड़ा मीठा बड़ा प्यारा होता है 
आशिकों के जीने का यही सहारा होता है 

महबूब की बांहों में जिसका भी दम टूटे
वो खुशनसीब भगवान का दुलारा होता है 

इश्क की दौलत मिले, किस्मत की बात है 
जिसे ये खजाना ना मिले वो बेचारा होता है 

सारे मज़हबों से ऊंचा है इश्क का मुकाम 
दिल के मंदिर में उनका जयकारा होता है 

इश्क और मुश्क छुपाये नहीं छुपाते हैं "हरि" 
पलकों के उठने का हलका सा इशारा होता है 

श्री हरि 
16.11 22 


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3 Comments

Ayshu

17-Nov-2022 07:13 PM

Nice

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Sachin dev

16-Nov-2022 04:30 PM

Amazing

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Gunjan Kamal

16-Nov-2022 09:05 AM

बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👌🙏🏻

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